जानिए बिहार से जुड़े रोचक एवं ऐतिहासिक तथ्य
बिहार राज्य देश के सबसे पुराने राज्यों में से एक राज्य है। हम बात करने जा रहे हैं 103 साल पुराने इस राज्य से जुड़े उन कुछ ऐतिहासिक तथ्यों को, जिन्हें पढ़कर आप भी बिहार राज्य पर गर्व महसूस करेंगे।
बिहार का सुनहरा इतिहास
☆ दुनिया का सबसे प्रथम गणराज्य बिहार के वैशाली जिले में स्थापित किया गया था।
☆ 2600 वर्ष पूर्व बिहार को सबसे अधिक शांतिप्रिय यानी अहिंसा प्रिय भूमि कहा जाता था। बोधगया तथा पावापुरी में लोग शांति प्राप्त करने के लिये आते थे, और आज भी लोंग आते हैं।
☆ भारत के चार महान राजा इसी राज्य से थे, जिनका नाम... समुद्र गुप्त, सम्राट अशोक, राजा विक्रमादित्य तथा चंद्रगुप्त मौर्य।
☆ पुरातन काल में संस्कृति और सत्ता के बारे में अध्ययन करने के लिये दुनिया भर से लोग यहाँ पर आया करते थे। भारतीय सभ्यता की असली तस्वीर पाटलीपुत्र से ही उभरी थी।

नालंदा विश्वविद्यालय जो की दुनिया का सबसे पुराना विश्वविद्यालय है।
बौद्ध तथा जैन धर्मों के अलावा सिख धर्म की जड़ें भी यहां से जुड़ी हुई हैं।
गुरुगोविंद सिंह का जन्म स्थान बिहार के पटना जिला में हुआ था। जो की पटना पुरातन काल के समय में बिहार देश की व्यापारिक राजधानी हुआ करती थी।
तब देश का 40 % व्यापार सिर्फ और सिर्फ मगध, वैशाली, मिथिला, विदेहा, अंग, शाक्य प्रदेश, विज्जी, जनका से हुआ करता था।
बिहार से जुड़े आश्चर्यजनक तथ्य
हम आपको ईस लेख में, बतायेंगे बिहार से जुड़े वो तथ्य जिन्हें पढ़कर आप आश्चर्यचकित हो जायेगे !
यहां राम भगवान नहीं
80 के दशक तक बिहार के मिथिलांचल में श्रीराम को भगवान नहीं माना जाता था। लेकिन अब कुछ लोग यहां भगवान राम की पूजा - अर्चना करने लगे हैं।
विवाह पंचमी पर नहीं होती शादियां
विवाह पंचमी यानी, जिस दिन भगवान राम तथा सीता की शादी हुई थी, उस दिन मिथिलांचल के लोग शादी नहीं करते। उनका यह मानना है कि, ऐसा करने से कन्या ससुराल में खुश नहीं रहेगी।
दुल्हन के पैर धोता है दूल्हा
बिहार राज्य के मिथिलांचल में कुछ स्थानों पर ऐसा भी रिवाज है, जिसके अंतर्गत शादी के बाद दुल्हन के पैर दूल्हा धोता है। तथा ऐसा दुल्हन को विशेष सम्मान देने के लिये किया जाता है।
सबसे जयादा उपजाऊ
विश्व स्तर पर हुए, जियोग्राफिकल तथा एग्रीकल्चरल सर्वे के अनुसार पूरे विश्व में सबसे ज्यादा उपजाऊ जमीन अगर कही है, तो वो बिहार की है।